Re-writing Tagore: Translation as Performance – Radha Chakravarty

          In a dramatic sequence towards the end of Rabindranath Tagore’s play “Natir Puja” (1926; translated into English as “The Dancing Girl’s Worship”), the court dancer Srimati is publicly humiliated, …

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यहाँ रोज कुछ बन रहा है — अच्युतानंद मिश्र

       आठवें दशक की कविता की केन्द्रीय संकल्पना क्या है? वह कौन सी दृष्टि या परिकल्पना है, जिसके तहत आठवें दशक की कविता एक नया आयाम रचती है. आठवें …

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प्रवीण चन्द्र शर्मा की पाँच कविताएं

      मेरी भूमिका पूर्व निर्धारित है मेरी भूमिका लिख कर रखे हुए हैं मेरे संवाद मुझे केवल इन्हें याद रखना है और इस तरह अदा करना है कि सुनने …

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बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के नाम पत्र- रजत रानी मीनू

  27 जून 2020, वसुंधरा परमादरणीय बाबा साहब,               मन कर रहा था कि अपको ‘जयभीम’ के साथ संबोधन करूं, तभी याद आया कि आपको …

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भूरी झाड़ियां/ पच्चीस छोटी कविताएं – रंजना अरगडे

  सूखी झाड़ियों पर फुर्ररऱ से उड़तीं भूरी चिड़ियाँ गोया सूखी झाड़ियाँ ही हों भूरी चिड़ियाँ  2 क्या रस पाती होंगी भूरी झाड़ियों पर नीली चमकती फूलचुहिया? या ढूँढतीं हैं …

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