अंजुम शर्मा की कविताएं

  स्वप्न में अनवरत बचपन से एक स्वप्न सालता है मुझे मैं दौड़ता रहता हूँ सपने में अनवरत कभी लगाता हूँ इतनी लंबी छलांग कि पार हो जाती हैं एकसाथ …

अंजुम शर्मा की कविताएं Read More

Sita — Nandini Sahu

         “And we forget because we must                                                     And not because we will.”                                                                       –Matthew Arnold, ’Absence’ “One feature of modern sensibility is…the idea that what has been forgotten …

Sita — Nandini Sahu Read More

अजंता देव की कविताएं

  ताँत की साड़ी मैं बनी हूँ सिर्फ़  मुझे ही पहनने के लिए ब्लाउस ग़ैरज़रूरी है मेरे साथ फिसलती नहीं पर पारदर्शी हूँ मेरे  किनारे मज़बूत हैं ठोक के बुना …

अजंता देव की कविताएं Read More

स्त्री दर्पण — गरिमा श्रीवास्तव

हमारा इतिहास अभिलेखागारों,शोधपत्रों और इधर –उधर बिखरे आख्यानों के टुकड़े –जोड़ –जोड़ कर ही  हमारे सामने आता है। औपनिवेशिक भारत में स्त्री चेतना और जागरण के लिए निरंतर प्रयासरत पत्रिकाओं …

स्त्री दर्पण — गरिमा श्रीवास्तव Read More

हिन्दी की पहली मौलिक कहानी — महेश दर्पण

    इस कहानी का प्रकाशन ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ में अप्रैल, सन् 1901 में हुआ था। छोटी–सी यह कहानी अपने कथानक और सुगठन के कारण याद रह जाती है। यहां माधवराव सप्रे …

हिन्दी की पहली मौलिक कहानी — महेश दर्पण Read More

अनुपम सिंह की कविताएं

       तुम्हारी कठोर प्रत्यञ्चा और मेरी हिरणी का दिल   तुम्हारी अर्ध रात्रि की बातें मेरे सफेद विस्तर को लाल कर देती हैं अतृप्ति कविता को जन्म देती …

अनुपम सिंह की कविताएं Read More