‘One Yellow Evening’, English Translation of Shamsher’s poems by Ranjana Argade
“One yellow evening
A just stuck leaf of autumn”
GENDER PERSPECTIVE ON HOME AND THE WORLD
“One yellow evening
A just stuck leaf of autumn”
सूखी झाड़ियों पर फुर्ररऱ से उड़तीं भूरी चिड़ियाँ गोया सूखी झाड़ियाँ ही हों भूरी चिड़ियाँ 2 क्या रस पाती होंगी भूरी झाड़ियों पर नीली चमकती फूलचुहिया? या ढूँढतीं हैं फूल? 3 भूरी झाड़ियों के आरपार पके खेत दानों भरे क्या कुछ सोचती होंगी भूरी झाड़ियाँ? 4 भूरी झाड़ियों से सटी हरी झाड़ियाँ बीच में है अदृश्य आईना 5 बुढ़ाती देह …
भूरी झाड़ियां/ पच्चीस छोटी कविताएं – रंजना अरगडे Read More