सेरिंग वांग्मो धोम्पा- अनुराधा सिंह

 सेरिंग वांग्मो धोम्पा सेरिंग वंग्मो धोम्पा के माता पिता को सन् १९५९ में तिब्बत से पलायन करना पड़ा. उनका पालन पोषण धर्मशाला (भारत) व काठमांडू (नेपाल) के तिब्बती समुदायों के मध्य रहते हुए उनकी माता द्वारा किया गया. धोम्पा ने नई दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज से बीए और एमए की उपाधियाँ अर्जित कीं, तत्पश्चात एमहर्स्ट के मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय से …

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सतपुड़ा के जंगलों में — सुरेश ऋतुपर्ण

कहने को तो सारा जीवन ही एक यात्रा है लेकिन इस यात्रा के प्रवाह में जो अन्य अनेक यात्राएं घटित होती रहती हैं उनकी स्मृतियां जीवन को आनंदमयी सार्थकता देती हैं। मैं घुम्मक्कड़ प्रकृति का हूं लेकिन उन अनुभवों को लिखने से कतराता रहता हूं। क्योंकि कई बार लगता है कि इन अनुभवों में क्या कुछ ऐसा विशेष है कि औरों …

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A Note on my Creative Journeys — Sukrita

I believe words acquire some strange power in a poem. While a poem may leave one wonder-struck with insights that are otherwise inaccessible, strangely the experience in the poem also seems familiar! Each word chosen for the poem presents the sense, the colour and the feel of the experience almost in a tactile fashion. When strung together, these words in the …

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Krishna Paul’s Conversations with Chandana Dutta

           On 1 December 2019 Krishna Paul turned 90. I had been interacting with her for a while by then, not only basking in her love and warmth, but having long heartfelt conversations with this amazing woman who shared Joginder Paul with us. A couple of months before her mother’s birthday, on a sudden impulse, the Pauls’ daughter, Sukrita, …

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