In quest of Myself — Jaya Jadwani
देह का गणित बहुत सीधा है देह का गणित दो और दो कभी नहीं होते पांच कान लगाकर सुनो तो शीघ्र बता देता कहाँ लोहा कहाँ पानी कहाँ …
In quest of Myself — Jaya Jadwani Read Moreदेह का गणित बहुत सीधा है देह का गणित दो और दो कभी नहीं होते पांच कान लगाकर सुनो तो शीघ्र बता देता कहाँ लोहा कहाँ पानी कहाँ …
In quest of Myself — Jaya Jadwani Read MoreMost revered father, Today, I wish to devote my ‘little’ humble and heartfelt subservience to you. I would not have ever been what I am today, if you …
LISTEN, O FATHER! — Jaya Jadwani Read More