Mothering Poetry : Leena Mahlotra Rao and Antara Rao

सुल्तान अहमद और शतरंज  की बिसात  जिन्हें पिताजी ने घर पर खाने पर बुलाया   जिनके साथ दरियागंज के पार्क में उन्होंने लगातार 3 दिन तक -रातें भी शामिल- शतरंज खेली थी उसमें कौन जीता कौन हारा नहीं मालूम किन्तु यह याद है कि दीदी ने रो रो कर घर सिर पर उठा लिया था जबकि माँ ने अपनी चिंता की …

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