हेनरी रूसो, ला बोहेमियन एंदोर्मी, १८९७

अब तुम पीछा करते हो मेरा एक डांट की तरह

कुछ मौतें हैं बनी ठनी
नफ़ासत से तह की हुई तितलियाँ
और कुछ के होते हैं परचम

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अकादमी द्वारा प्रस्तुत 'उसने कहा था (द ट्रोथ)', कमानी सदन नई दिल्ली में, सन २०१८, © ग्लिन क्रिडलैंड

‘मेरे ऊपर असीमित खुला आकाश है’ – मीरा मिश्रा कौशिक का साक्षात्कार : डॉ नंदिता साहू

  मीरा मिश्रा कौशिक, लंदन की सांस्कृतिक मुख्यधारा से जुड़ी एक ऐसी शख़्सियत हैं -जिन्हें  देखते ही आप उनके प्रभाव में आ जाते हैं | चेहरे पर अनुभव और ज्ञान का तेज, खूबसूरत पारम्परिक भारतीय साड़ी पहने, पीछे जूड़े में बँधे बाल, काजल से भरी बड़ी -बड़ी सुन्दर आँखें और माथे पर एक बड़ी सी कत्थई बिंदी | कुल मिला कहूँ तो भारतीय स्त्री का सुन्दर प्रतीक हैं- मीरा कौशिक | कार्य भी ऐसा कर …

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William Morris MeT Museum

Wild Jasmine :: Paramita Satpathy

Short Story | Translated from Odia by Snehaprava Das The forest was aflame. It was the second half of May and the temperature hovered around forty-five degrees Celsius. The sky poured out molten heat. Like a thirst-tormented monster the sun sucked up life from every living cell, in man, animal or plant. There was nothing they could do but surrender meekly …

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तारसिया दो अमाराल, आन्त्रोपोफाजिया, १९२९.

गूँथा हुआ जीवन : लक्ष्मी कनन की कविताएँ/अनुवाद – अनामिका

गूँथा हुआ जीवन पके हुए वे छेहर बाल बिखरेथे इधर उधर गुलियाए चेहरे पर हँसकर कहा उसने, “अब मेरे हाथ में समय है बालों का जंजाल कम हो गया- छेहर से कुछ केश ही तो बचे हैं जूड़े के जाल में सिमट जाते हैं बड़े आराम से आओ मैं बाल काढ़ दूँ अब तुम्हारे” अपनी बेटी से कहा उसने उसकी सघन …

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‘Dust to Dust’ – Beena E.S’s Poem

Dust to Dust Hush!!!beneath the earth;a profoundly serene haven; the beating heart’s refrain,breath’s vessel,stilled in repose;tenderly parted gazes;withered tresses;decimated tissues;a form so bare;no dawn to break,nor an endless night;nestled in the lap of timeless serenity;afar from the noise,a tranquil refuge. nosy whispers a fading echo,through the cosmic stream;tittle-tattle tales, softened and laudable;in silence, kindness and grace;a requiem that glows;volumes of tranquil …

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